एक दिन सोनिया गांधी के सपने में महात्मा गांधीजी आकर बोले, "मैने मरते समय कॉंग्रेस को सादगी, ईमानदारी, टोपी, चश्मा और डंडा दिया था, कहॉं है वो?" सोनियाने अत्यंत विनम्रतासे कहा, "टोपी तो राहुल लोगों को पहना रहा है. सादगी मेरे और प्रियंका के पास है. चश्मा मनमोहन के पास है. ईमानदारी स्विसऔर ईटली के बैंक में सेफ है और डंडा आम आदमी की सेवा में लगा रखा है.
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koi jhijhak nahi, kripya kuchh bhi jarur likhen....
or aage achha karne-likhne ka sahas badhayen.