LATA DIDI KO RAJESH MISHRA KA SHAT-SHAT NAMAN |
लता जी की 80 वीं वर्षगांठ पर बहुत सारे अखबारों ने, टी वी चैनलों ने ऐसी सूचियां पेश कीं. ऐसी ही एक सूची डीएनए ने भी दी, जो मुझे अपने मन के ज़्यादा क़रीब लगी.
मैंने उनकी दी हुई सूची का क्रम थोड़ा बदल दिया है. मैंने पहले उन संगीतकारों के गाने ले लिए हैं जिनको इस सूचीमें एकाधिक स्थान मिले हैं. इस सूची में बर्मन दादा के पांच, जयदेव जी के तीन, सी रामचन्द्र और मदन मोहन जी के दो-दो और खेमचन्द्र प्रकाश, नौशाद, शंकर जयकिशन, खय्याम, सज्जाद, ग़ुलाम मोहम्मद, अनिल बिस्वास, एन दत्ता, हेमंत कुमार, पण्डित रवि शंकर, लक्ष्मीकांत प्यारे लाल, आर डी बर्मन और सलिल चौधरी के एक-एक गाने हैं. जिन संगीतकारों का एक-एक गाना इस सूची में है, उनको बगैर किसी क्रम के यहां रखा गया है.
आप इस सूची को देखें और सोचें कि इसे कैसे और बेहतर और अधिक प्रतिनिधि बनाया जा सकता है. आप किन गानों को रखाना, किनको हटाना और किनको जोड़ना चाहेंगे?
यह है सूची:
फैली हुई है ये सपनों की बाहें/ हाउस नम्बर 44/ एस डी बर्मन
ठण्डी हवाएं/ नौजवान/ एस डी बर्मन
अब तो हैं तुमसे/ अभिमान/ एस डी बर्मन
कांटों से खींच के ये आंचल/ गाइड/ एस डी बर्मन
दिल जले तो जले/ टैक्सी ड्राइवर/ एस डी बर्मन
रात भी है कुछ भीगी-भीगी/ मुझे जीने दो/ जयदेव
ये दिल और उनकी निगाहों के साये/ प्रेम पर्बत/ जयदेव
अल्ला तेरो नाम/ हम दोनों/ जयदेव
ए मेरे वतन के लोगों/ ग़ैर फ़िल्मी/ सी. रामचन्द्र
धीरे-से आजा री अंखियन में/ अलबेला/ सी रामचन्द्र
माई री, मैं कासे कहूं/ दस्तक/ मदन मोहन
लग जा गले/ वो कौन थी/ मदन मोहन
आएगा आनेवाला/ महल/ खेमचन्द्र प्रकाश
उठाये जा उनके सितम/ अंदाज़/ नौशाद
हवा में उड़ता जाए/ बरसात/ शंकर जयकिशन
दिल में किसी की प्रीत जगा ले/ अमर/ अनिल बिस्वास
हाय रे वो दिन क्यूं ना आये/ अनुराधा/ पण्डित रविशंकर
मैं तुम्हीं से पूछती हूं/ ब्लैक कैट/ एन दत्ता
ऐ दिलरुबा/ रुस्तम-ए-सोहराब/ सज्जाद
कुछ दिल ने कहा/ अनुपमा/ हेमंत कुमार
ओ सजना, बरख बहार आई/ परख/ सलिल चौधरी
ठाड़े रहियो/ पाकीज़ा/ ग़ुलाम मोहम्मद
रोज़ शाम आती थी/ इम्तिहान/ लक्ष्मीकांत प्यारे लाल
बांहों में चले आओ/ अनामिका/ आर डी बर्मन
दिखाई दिये यूं/ बाज़ार/ खय्याम
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koi jhijhak nahi, kripya kuchh bhi jarur likhen....
or aage achha karne-likhne ka sahas badhayen.