Sukhi Hone Ke Dus Marg
सुखी होने के दस मार्ग
- काम में सदैव व्यस्त रहो
- बहुत कम बोलो
- कभी कभी न बोलना भी सिखो
- अपनी गलती स्वीकार करो
- व्यवहारिक बनो
- पहले लिखो बाद में दो
- सबकी राय लेकर निर्णय करो
- सबको सन्मान से बुलाओ
- जरुरत न हो उसकी खरीदी मत करो
- सोचो, फिर बोलो
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
koi jhijhak nahi, kripya kuchh bhi jarur likhen....
or aage achha karne-likhne ka sahas badhayen.