लैला-मजनू नए अवतार में
लैला-मजनू को दुनिया से गए तो एक जमाना हो गया, लेकिन अभी भी उनके कुछ मॉर्डर्न अवतार राजधानी में अक्सर नजर आ जाते हैं। कैंपस हो या ऑफिस, ये लोग आपको हर जगह नजर आ जाएंगे। यह बात और है कि ये सब 'प्यार' के बहाने फ्लर्ट करने की कोशिश में जुटे रहते हैं :
मिस्टर कूल
इस तरक के कूल बंदे सबसे ज्यादा कैंपस में पाए जाते हैं। उनके कूल नेचर को देखते हुए हर लड़की उन्हें अपना वेलविशर समझती है, लेकिन हकीकत में वे किसी को भी ज्यादा भाव नहीं देते और बस सबके साथ एंजॉय करते हैं।
मिस्टर बॉयफ्रेंड
फ्लर्ट करने के मामले में ये नंबर वन होते हैं। क्लास की तमाम लड़कियों को ये इस तरह हैंडल करते हैं कि सभी उन्हें अपना बॉयफ्रेंड बताती हैं। हालांकि उनका फंडा सिर्फ रोजाना नई-नई लड़कियों के साथ मस्ती करने का होता है।
मिस्टर भैया
या तो वे सिर्फ एक ही लड़की के सैंया होते हैं या फिर उन्हें लड़कियों से इश्क लड़ाना पसंद ही नहीं होता। यही वजह है कि उन्हें कैंपस में मिस्टर भैया कहा जाता है। हालांकि भैया होने के नाते वे हमेशा लड़कियों की हेल्प करने को तैयार रहते हैं।
मिस्टर चाट
इन्हें देखकर लड़कियां दूर से ही रास्ता बदल लेती हैं। दरअसल, इन्हें फालतू की बातें करने का इतना शौक होता है कि अगर एक बार चिपक जाएं, तो पीछा छुड़ाना मुश्किल होता है। खास बात यह है कि इन्हें लगता है कि इनकी बातें बेहद इंटेरेस्टिंग होती हैं।
चॉकलेट बाबा
इस किस्म के लोगों को किसी भी तरह लड़कियों के बीच नजर आने का शौक होता है। ऐसे में, चॉकलेट इनका प्रिय हथियार होता है। इस तरह, उन्हें लड़कियों से नजदीकी बढ़ाने का मौका भी मिल जाता है और कोई शक भी नहीं करता।
रंगीला ओल्डी
वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि 'उम्र पचपन की और दिल बचपन का'। हालांकि इनकी उम्र पचपन से भी ज्यादा होती है, बावजूद इसके लड़कियों को पटाने की खातिर ये रोजाना रंगीले अंदाज में नजर आते हैं। ये बात और है कि पीठ पीछे लड़कियां इनका मजाक बनाती हैं।
मिस्टर क्लीनर
जी नहीं, ये कोई सफाई वाले नहीं, बल्कि कॉलेज स्टूडेंट से लेकर बुढ़ऊ तक वे लोग हैं, तो मौका मिलते ही लड़कियों पर हाथ साफ कर देते हैं। यानी कि अगर सामने आ रहे कॉलेज स्टूडेंट्स को देखकर आप साइड हो रही हैं, तो बराबर में चल रहे अंकल भी आपको टच कर सकते हैं।
मिस मीडियेटर
जैसा कि नाम से ही पता लग रहा है कि मिस मीडियेटर का काम लड़के-लड़कियों के बीच के मामले निपटवाना होता है। हालांकि फीस के तौर पर वे दूसरे के बॉयफ्रेंड्स के साथ मस्ती करने का मौका भी नहीं चूकतीं।
छम्मक छल्लो
इश्क-विश्क के फेर में पड़ना उन्हें सख्त नापसंद होता है। लेकिन उनके कहीं से निकलते ही लड़कों की भीड़ आहें भरती है, तो उनका दिल बाग-बाग हो जाता है। लड़कों के दिल पर छुरियां चलाने के लिए वे रोजाना हॉट ड्रेसेज में कैंपस आती हैं।
मिस केयर टेकर
उनके पास गाड़ी है, बंगला है, नौकर-चाकर हैं। अब फ्रेंड्स पर इंप्रेशन मारने के लिए बॉयफ्रेंड भी चाहिए, लेकिन अपने इशारों पर नाचने वाला। इसलिए वे ऐसा चंपू टाइप लड़का तलाशती हैं, जो हर वक्त उनकी जी-हुजूरी करती रहे। बदले में वे उसकी पूरी केयर करती हैं।
मिस ऐश एंड कैश
इन गर्ल्स का सीधा सा फंडा 'ऐश, कैश एंड थ्रो' होता है। यानी कि मोटी जेब वाला मुर्गा देखते ही वे उसकी महबूबा बन जाती हैं, लेकिन जैसे ही कोई उससे ज्यादा अमीर शिकार नजर आता है, तो वे पहले वाले को लात मारने में भी देर नहीं लगातीं।
मिस्टर कूल
इस तरक के कूल बंदे सबसे ज्यादा कैंपस में पाए जाते हैं। उनके कूल नेचर को देखते हुए हर लड़की उन्हें अपना वेलविशर समझती है, लेकिन हकीकत में वे किसी को भी ज्यादा भाव नहीं देते और बस सबके साथ एंजॉय करते हैं।
मिस्टर बॉयफ्रेंड
फ्लर्ट करने के मामले में ये नंबर वन होते हैं। क्लास की तमाम लड़कियों को ये इस तरह हैंडल करते हैं कि सभी उन्हें अपना बॉयफ्रेंड बताती हैं। हालांकि उनका फंडा सिर्फ रोजाना नई-नई लड़कियों के साथ मस्ती करने का होता है।
मिस्टर भैया
या तो वे सिर्फ एक ही लड़की के सैंया होते हैं या फिर उन्हें लड़कियों से इश्क लड़ाना पसंद ही नहीं होता। यही वजह है कि उन्हें कैंपस में मिस्टर भैया कहा जाता है। हालांकि भैया होने के नाते वे हमेशा लड़कियों की हेल्प करने को तैयार रहते हैं।
मिस्टर चाट
इन्हें देखकर लड़कियां दूर से ही रास्ता बदल लेती हैं। दरअसल, इन्हें फालतू की बातें करने का इतना शौक होता है कि अगर एक बार चिपक जाएं, तो पीछा छुड़ाना मुश्किल होता है। खास बात यह है कि इन्हें लगता है कि इनकी बातें बेहद इंटेरेस्टिंग होती हैं।
चॉकलेट बाबा
इस किस्म के लोगों को किसी भी तरह लड़कियों के बीच नजर आने का शौक होता है। ऐसे में, चॉकलेट इनका प्रिय हथियार होता है। इस तरह, उन्हें लड़कियों से नजदीकी बढ़ाने का मौका भी मिल जाता है और कोई शक भी नहीं करता।
रंगीला ओल्डी
वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि 'उम्र पचपन की और दिल बचपन का'। हालांकि इनकी उम्र पचपन से भी ज्यादा होती है, बावजूद इसके लड़कियों को पटाने की खातिर ये रोजाना रंगीले अंदाज में नजर आते हैं। ये बात और है कि पीठ पीछे लड़कियां इनका मजाक बनाती हैं।
मिस्टर क्लीनर
जी नहीं, ये कोई सफाई वाले नहीं, बल्कि कॉलेज स्टूडेंट से लेकर बुढ़ऊ तक वे लोग हैं, तो मौका मिलते ही लड़कियों पर हाथ साफ कर देते हैं। यानी कि अगर सामने आ रहे कॉलेज स्टूडेंट्स को देखकर आप साइड हो रही हैं, तो बराबर में चल रहे अंकल भी आपको टच कर सकते हैं।
मिस मीडियेटर
जैसा कि नाम से ही पता लग रहा है कि मिस मीडियेटर का काम लड़के-लड़कियों के बीच के मामले निपटवाना होता है। हालांकि फीस के तौर पर वे दूसरे के बॉयफ्रेंड्स के साथ मस्ती करने का मौका भी नहीं चूकतीं।
छम्मक छल्लो
इश्क-विश्क के फेर में पड़ना उन्हें सख्त नापसंद होता है। लेकिन उनके कहीं से निकलते ही लड़कों की भीड़ आहें भरती है, तो उनका दिल बाग-बाग हो जाता है। लड़कों के दिल पर छुरियां चलाने के लिए वे रोजाना हॉट ड्रेसेज में कैंपस आती हैं।
मिस केयर टेकर
उनके पास गाड़ी है, बंगला है, नौकर-चाकर हैं। अब फ्रेंड्स पर इंप्रेशन मारने के लिए बॉयफ्रेंड भी चाहिए, लेकिन अपने इशारों पर नाचने वाला। इसलिए वे ऐसा चंपू टाइप लड़का तलाशती हैं, जो हर वक्त उनकी जी-हुजूरी करती रहे। बदले में वे उसकी पूरी केयर करती हैं।
मिस ऐश एंड कैश
इन गर्ल्स का सीधा सा फंडा 'ऐश, कैश एंड थ्रो' होता है। यानी कि मोटी जेब वाला मुर्गा देखते ही वे उसकी महबूबा बन जाती हैं, लेकिन जैसे ही कोई उससे ज्यादा अमीर शिकार नजर आता है, तो वे पहले वाले को लात मारने में भी देर नहीं लगातीं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें