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मंगलवार, 4 नवंबर 2014

स्वादिष्ट और सेहतमंद लंच बाॅक्स

Students 7 Days Lunch Box


आमतौर पर स्कूल जाने की जल्दी में बच्चों के टिफिन बॉक्स में आनन-फानन में खाना ठूंस दिया जाता है। नये जमाने के बच्चे चाहते हैं कि जब स्कूल में उनका टिफिन बॉक्स खुले तो इनोवेटिव लंच ब़ॉक्स सामने हो।  आकर्षक पैकिंग के साथ पौष्टिक, स्वादिष्ट और मजेदार खाना भी हो।
हेल्दी लंच बाक्स न केवल आपके दुलारे को स्वस्थ रखता है बल्कि ध्यान केंद्रित करने और जल्दी सीखने में उनकी मदद भी करता है। इसलिए उनके लंच बाॅक्स को तैयार करते समय कई जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
बच्चों का लंच तैयार करते समय यह ध्यान में रखना चाहिए कि स्कूल में बच्चों को खाने की बजाय लंच टाइम पर दोस्तों के साथ खेलने में ज्यादा मजा आता है। इसलिए आपको यह भी ध्यान रखना है कि आप लंच में रोजाना नई चीजें पैक करें ताकि आपका नन्हा खाने को लेकर एक्साइटेड रहे।

एनर्जी वाला लंच

कई शोध बताते हैं कि करीब आधे प्रतिशत बच्चों के लंचबाॅक्स में सैचुरेटेड फैट, नमक और चीनी की मात्रा ज्यादा होती है। शोध यह भी बताता है कि लगभग आधे बच्चों के लंच बाॅक्स में ताजे फल को शामिल नहीं किया जाता है। बल्कि चाॅकलेट, बिस्कुट, चीनी वाले डि्रंक्स और अन्य प्रोसेस्ड फूड्स दिए जाते हैं। ज्यादा वसा, ज्यादा नमक और ज्यादा रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट मानसिक रूप से बच्चों को थका देती है। यही नहीं, सैचुरेटेड फैट और नमक वाली डाइट दिल की बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर की सीढ़ी बनती है। साथ ही मोटापे को न्योता भी देती है। डाइटीशियन शैरोन अरोड़ा का कहना है कि हरी-पत्तेदार सब्जियां, ताजे फल, दूध की बनी चीजें, प्रोटीन फूड, स्टार्ची फूड और पानी कुछ ऐसी खास चीजें हैं, जिन्हें लंच में पैक करना चाहिए। प्रोटीन फूड इसलिए देना चाहिए क्योंकि यह दिनभर बच्चे को अलर्ट रखने में मदद करता है। काॅम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट भी देना चाहिए, यह स्लो-रिलीज एनर्जी के लिए जरूरी है। कैल्शियम रिच फूड मजबूत हड्डियों, दांत और विकास के लिए आवश्यक है। विटामिन और मिनरल के लिए ताजे फल और सब्जियों का लंच बाक्स में होना जरूरी है।

जरूरी चीजें

चिकन, अंडा, चीज, सोया आदि प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत होते हैं, इन्हें लंचबॉक्स में जरूर दें। चाहें तो इनका सैंडविच बना लें या फिर रोल्स के तौर पर पैक करें। सोया में पत्तेदार सब्जियां मिलाने के बाद भून लें। इसका इस्तेमाल सैंडविच के तौर पर कर सकती हैं और रोल्स के लिए भी। काॅम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट धीरे-धीरे कैलोरी रिलीज करते हैं और एकाग्रता व ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके बनिस्बत रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट तुरंत ऊर्जा देते तो हैं, पर यह तुरंत खत्म हो जाती है। व्हाइट ब्रेड, बिस्कुट, केक में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट होता है, इससे बचें। ब्राउन ब्रेड, पास्ता, केला, चावल काॅम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट के अच्छे स्रोत होते हैं। पांच साल से कम उम्र के बच्चों को लो-फैट डाइट नहीं देनी चाहिए। इसलिए इनके लिए होल-मिल्क प्रोडक्ट्स चुनिए। डाइटीशियन कहती हैं कि हम में से अधिकतर लोग आवश्यकता से काफी कम कैल्शियम का सेवन करते हैं। इसलिए अपने लाड़ले को टिफिन में लस्सी, शेक दही, पनीर जरूर दें। मछली में भी कैल्शियम पाया जाता है, यदि स्कूल में नॉन-वेज ले जाने की अनुमति है तो मछली भी दे सकती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि रोजाना डाइट में फल और सब्जियों के पांच पोर्शन जरूर शामिल करने चाहिए। अधिकतर बच्चों को फल खाना पसंद नहीं आता है, इसलिए आप फलों को खूबसूरत आकार में काट सकती हैं, स्ट्रा में सजा सकती हैं। सूखे फल जैसे अंजीर या खुबानी भी लंच में दे सकती हैं।

पौष्टिक और मजेदार

फल खाना अपने दुलारे के लिए मजेदार बनाइए। अधिकतर बच्चे उन फलों को नहीं खाते हैं, जिन्हें खाने में समय और मेहनत लगती है। इसलिए फलों को फनी शेप में काटिए। जिन फलों में बीज होते हैं, उन्हें निकालने के बाद ही लंचबाॅक्स में पैक करें। छोटे आकार में काटने के बाद फलों को प्लास्टिक पेपर में रैप भी कर सकती हैं। इसी तरह सैंडविच बनाते समय ब्रेड को स्टार या फ्लावर शेप में काट सकती हैं। अधिकतर बच्चे ज्यादा नमक खाते हैं। इसलिए उसे नमक को शरीर में बैलेंस करने के लिए पोटैशियम युक्त भोजन लंच में दीजिए। इसके लिए केला या सूखे खुबानी दिए जा सकते हैं। सलाद पर गार्निशिंग करके यदि आप उसे आकर्षित बनाना चाहती हैं तो ऐसा न करें। दरअसल ऐसा करने के बाद सलाद गीला हो सकता है, बेहतर होगा कि आप गार्निशिंग की चीजें अलग से पैक करें ताकि आपका लाड़ला खुद यह करे। ऐसा करके उसे मजा भी आएगा। अपने बच्चे से उसकी पसंद के बारे में जानें। उससे पूछें कि उसे टिफिन में क्या चाहिए। उससे पूछें, कहीं उसे अपने दोस्तों का लंच तो नहीं पसंद। सुबह-सुबह यदि आपको इनोवेटिव लंच बनाने में समय लगता है तो रात में भी यह कर सकती हैं। सलाद, सैंडविच फिलिंग, रोल्स फिलिंग आदि को रात में ही तैयार करके फ्रिज में रख दें। यदि आपके नन्हे को ठंडा खाना पसंद नहीं है तो उसके लिए थर्मो लंच बाॅक्स खरीदें। इसी तरह यदि दही या जूस दे रही हैं तो उसे फ्रिज में जमा दें। जब तक आपके लाड़ले का लंच टाइम होगा, यह खाने-पीने लायक हो जाएगा। फ्रेश जूस या फ्रूट स्मूदी ही दें। सब्जियों को यदि काटकर देती हैं तो वे सूख जाते हैं। इसलिए इन्हें किचन पेपर में लपेट दें ताकि इनकी नमी बरकरार रहे। प्रोसेस्ड फूड पैक करने से बचें। इसमें न्यूट्रिशन कम होता है और चीनी, सैचुरेटेड फैट, एडिटिव्स ज्यादा। यदि आपके नन्हे को यह खाना बहुत पसंद है तो उसे थोड़ा ही कभी-कभी दें। अपने नन्हे-मुन्ने के प्रति अपना विशेष प्यार जताने के लिए उसके टिफिन में कोई नोट, स्टिकर या जोक लिख डालिए। डिजाइनर नैपकिन डाल दीजिए। केले पर मार्कर से जोकर का चेहरा बना दीजिए। उसे लगेगा कि उसकी मां उससे बहुत प्यार करती है।

हर दिन नया लंच

आपका बच्चा रोजाना एक जैसा ही लंच खाकर बोर हो जाता है। उसकी मांग रहती है कि रोज लंच में कुछ नया हो। आपको समझ में नहीं आता कि आखिर रोज क्या नया किया जाए।
सोमवार
यदि आपके नन्हे को रेगुलर ब्राउन ब्रेड पसंद नहीं है तो पास की बेकरी से फुटलांग ले आइए। इसमें कुछ मेयोनिज लगाइए और सैंडविच बना डालिए और उसके लंच में पैक कीजिए।
मंगलवार
यदि आपके बच्चे को सूप बहुत पसंद है तो गार्लिक ब्रेड और चीज टोस्ट के साथ उसकी थर्मो टिफिन में इसे पैक कीजिए। सूप हमेशा घर पर बना हुआ ही लंच में दीजिए, यही हेल्दी होता है।
बुधवार
तरबूज और पपीता को क्यूब शेप में काटकर पैक कीजिए। साथ में किवी, स्ट्राॅबेरी या अंगूर का फ्रूट सलाद बना दीजिए।
बृहस्पतिवार
रोजाना तो आप पानी उसकी वाॅटरबाॅटल में डालती ही हैं। नीबू पानी या नारियल पानी पैक कर दीजिए। उसकी फेवरेट सब्जी को फ्रैंकी स्टाइल में हल्के घी लगे परांठे में रोल कर दीजिए।
शुक्रवार
अपने लाड़ले को केक ट्रीट दीजिए। खूब सारे फल डालकर घर में ही केक तैयार कीजिए और लंच में पैक कर दीजिए।

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